आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नौकरी की संभावनाओं को कैसे प्रभावित करेगा? नारायण मूर्ति ने दिया जवाब

 






परिचय

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से विकसित हो रही तकनीक है, जिसने विभिन्न उद्योगों और नौकरियों में अपनी जगह बना ली है। इसके संभावित प्रभावों को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं। इस संदर्भ में, प्रसिद्ध उद्योगपति और इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के विचार अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने AI और मानव मस्तिष्क की तुलना करते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला है।

इंसान का दिमाग तकनीक से सुपीरियर

नारायण मूर्ति ने कहा कि इंसान का दिमाग तकनीक से हमेशा सुपीरियर रहेगा। उनका मानना है कि मनुष्य के पास दिमाग की शक्ति है, जो किसी भी कंप्यूटर से अधिक है। 1975 में CASE (Computer-Aided Software Engineering) टूल्स की शुरूआत को याद करते हुए उन्होंने बताया कि उस समय कई लोगों ने सोचा था कि ये सॉफ्टवेयर विकास में मानव रोजगार की जगह ले लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। CASE टूल्स और प्रोग्राम जेनरेटर की तकनीक उस समय बड़ी और अधिक जटिल समस्याओं को संभाल नहीं सकती थी।

वर्तमान परिदृश्य और AI का प्रभाव

फरवरी 2024 में ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) के स्थापना दिवस पर अपने भाषण के दौरान नारायण मूर्ति ने कहा था कि AI हमारे जीवन को बेहतर बनाता है, लेकिन इंसान हमेशा यह सुनिश्चित करेगा कि यह हम पर हावी न हो। AI की प्रगति के बावजूद, मानव मस्तिष्क की क्षमता और नवाचार की शक्ति अनमोल है।

AI और नौकरी की संभावनाएं

AI तकनीक ने ऑटोमेशन और मशीन लर्निंग के जरिए कई नौकरियों को प्रभावित किया है। हालांकि, इसके साथ ही नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। AI की मदद से डेटा विश्लेषण, हेल्थकेयर, फाइनेंस, और कई अन्य क्षेत्रों में रोजगार की नई संभावनाएं उभर रही हैं। नारायण मूर्ति के विचारों के अनुसार, तकनीक और मानव मस्तिष्क का सहयोग अधिक प्रभावी और सशक्त परिणाम दे सकता है।

निष्कर्ष

नारायण मूर्ति का मानना है कि तकनीक का विकास हमारे जीवन को सरल और सुविधाजनक बना सकता है, लेकिन मानव मस्तिष्क की अनूठी शक्ति और उसकी श्रेष्ठता अडिग रहेगी। AI और अन्य तकनीकों का सही उपयोग करके हम अपने कार्यों को और भी बेहतर बना सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि तकनीक का उपयोग मानवता के हित में हो।

आखिरकार, AI और मानव मस्तिष्क का सहयोग ही हमें एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा, जहां तकनीक हमारी मदद करेगी, न कि हम पर हावी होगी। नारायण मूर्ति के विचार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर सकते हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post

By: vijAI Robotics Desk